मौजूदा हालात में पूरी दुनिया कॉविड के प्रकोप से ग्रसित है। यह महामारी लगभग पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चूका है। इस बीमारी के वजह से हर देश पर आर्थिक संकट से घिर चूका है और अब कही जा कर हालत थोड़े सामान्य होते हुए नज़र आ रहे थे परन्तु इसी बीमारी की वजह से दुनियाँ के सामने अभी बेरोजगारी की भयंकर बीमारी खरी हो गई है। बेरोजगारी से हर देश अभी जूझ रहा है। सभी उद्द्योग धंदे महामारी की वजह से ठप पर चुके है जिसके कारन बेरोजगारी दर में लगातार बढ़ोतरी हुए है। अगर यूँ कहें इस बीमारी से भी भयंकर बीमारी करि हो चुकी है। जिस पे अगर ध्यान नहीं दिया गया तो इसका दुनिया को भरी कीमत चुकाना पड़ सकता है।
दुनियाँ पहले से कोविड के प्रकोप से गुजर रहा था। परन्तु इस महामारी से भयंकर महामारी बढती बेरोजगारी है जिससे भारत ही नाही पूरा विश्व प्रभावित हो रहा है। ताज़ा सर्वे के मुताबिक सिर्फ भारत में बेरोज़गारी दर 27.11% के उच्तम दर पर पहुंच गइ है।
बेरोजगारी बढ़ने की मुख्य वजह
बेरोजगारी बढ़ने कि मुख्य वजह कोविड संक्रमण था जिसकी वजह से भारत में 54 दिनों तक लगभग सभी उद्योग धंदे बंद रहे। और जब लोक डॉन खुला तो सभी उद्योग ठप पड़ चुके थे बैंकों के लोन से दब चुका था। ऐसे में कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी। जहां 10 कर्मचारियों की जरूरत थी। वहां केवल दो से काम चलाना शुरु कर दिया। बड़ी-बड़ी कंपनियों को देखकर छोटे व्यापारियों ने भी अपने कर्मचारियों को निकालना शुरू कर दिया। कुछ कंपनियों ने कानूनी तरीके से कर्मचारियों को निकाला तो कुछ कंपनियों ने कानूनी प्रक्रिया को भी अनदेखा कर दिया। परिणाम स्वरूप देश में बेरोजगारी काम पर लग गया। अगर छंटनी की बजाए व्यापारियों और कर्मचारियों मैं अगर आपसी तालमेल हो जाता तो शायद इसकी जरूरत ही ना पड़ती। जैसे कि जब तक कंपनी आर्थिक तंगी में थी तो उन्हें कंपनी की स्थिति को समझ कर अपने वेतन में खुद ब खुद कटौती करवाना चाहिए था या तो कार्य करने का समय बड़ा लेना था। जिससे कि कंपनी की उत्पादन बढ़ जाती और लॉकडाउन मैं हुए घाटे से उबर पाती। और कर्मचारियों की भी नौकरी सुरक्षित रहती। मौजूदा समय में सभी श्रम न्यायालयों में ऐसे अनगिनत केस है जिनमें कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को गैर कानूनी ढंग से छटनी किया है। परंतु ज्यादा संख्या होने की वजह से और न्यायालय सुचारू रूप से ना चल पाने की वजह से ऐसे मुकदमे अटके पड़े हैं।
किन उद्योगों पर पड़ा है सबसे ज्यादा असर
वैसे तो कोविड-19 की वजह से आर्थिक मंदी का असर सभी उद्योगों पर पड़ा है जैसे कि एयरलाइंस, होटल, रेस्तरां, सिनेमा, फिल्म मॉल, आयात निर्यात कंपनी, ट्रांसपोर्ट आदि। परंतु इसका सबसे ज्यादा असर छोटे व्यापारियों को हुआ है जो 10 से 15 कर्मचारियों के साथ अपना एवं कर्मचारियों का जीवन यापन कर रही थी। अभी भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जो महामारी की वजह से बंद पड़े हैं। जिसका खामियाजा वहां पर कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है और अपनी नौकरी तक जवानी पड़ रही है। सरकार को चाहिए कि जहां तक हो सके इन उद्योगों को वापस शुरू किया जाए। और इन्हें पुनर्जीवित करने में सहयोग करना चाहिए ताकि वहां फिर से कर्मचारियों की वापसी हो और हालात धीरे धीरे सामान्य हो जाए।
कैसे निपटें हालात से
हालांकि सरकार द्वारा महामारी की वजह से छोटे और बड़े उद्योगपतियों के लिए कई राहत पैकेज की घोषणाएं हुई है कई स्क्रीम की शुरुआत हुई है। परंतु इसका सकारात्मक असर नहीं दिख रहा है। यही वजह है की बेरोजगारी का ग्राफ दिन-ब-दिन ऊपर चढ रहा है। इस समय सरकार स्वयं का कार्य शुरू करने पर बल दे रहे हैं। परंतु हर व्यक्ति तो स्वयं का व्यापार नहीं कर सकता तो इसलिए रोजगार के अवसर बढ़ाने पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। और जो कंपनियां अपने कर्मचारियों को निकाल रही है उन पर श्रम मंत्रालय को सख्त होने की भी आवश्यकता है। अन्यथा बेरोजगारी की वजह से कई दूसरे समस्याएं धीरे धीरे उत्पन्न होने लगेगी। क्योंकि अगर देश के युवा के पास रोजगार नहीं होगा तो, या तो वह जूर्मकी राह पकड़ लेगा या फिर आत्महत्या कर लेगा। इसलिए सरकार को इस मुद्दे पर ध्यान देने की आवश्यकता सकता है।
क्या करना चाहिए युवाओं को
इस गंभीर समस्या में अपने आप को कमजोर ना होने दें और स्थिति का डटकर सामना करें। स्थिति से घबराकर किसी तरह का गलत फैसला आपकी पूरी जिंदगी तबाह कर सकता है। इस समस्या को समस्या नहीं चुनौती समझ कर स्वीकार करें। अगर यूं कहें तो यह एक अवसर भी हो सकता है अपने व्यवसाय को बदलने का। आप नौकरी अगर ढूंढ रहे हैं तो अच्छी बात है परंतु हो सके तो यह सबसे सही अवसर है जब आप अपना व्यवसाय बदल सकते हैं जो आपने पहले सोचा हुआ हो।
हम हैं आपके साथ
मौजूदा परिस्थिति को हम बदल तो नहीं सकते परंतु हमने आगाज किया है युवाओं को जहां तक हो सके रोजगार दिलवाने का। क्योंकि ऐसी महामारी में भी ऐसी बहुत सी कंसलटेंसी है जो युवाओं को रोजगार देने के नाम पर ठगी कर रही है। कभी भी नौकरी के लिए किसी को भी ऐसे ना दें क्योंकि अधिकतर मामलों में इस तरह से ठगी की जा रही है। हमारी वेबसाइट पर विभिन्न स्रोतों द्वारा नौकरियां उपलब्ध कराई जा रही है और यदि इनमें से आपके मुताबिक कोई नौकरी नहीं मिलती है तो आप हमें ईमेल कर अपना रिज्यूमे हमें भेजें। हमारा E-Mail ID है yournewstvindia@gmail.com हमें जैसे ही आप के अनुरूप कोई नौकरी मिलती है तो हम आपको सूचित करेंगे। यह सेवा बिल्कुल निशुल्क है और इसके लिए किसी तरह का कोई फीस नहीं लिया जाता।
मौजूदा उपलब्ध नौकरीयों के लिए यहाँ क्लिक करें
दिल्ली रोजगार बाजार में यहाँ से आवेदन करें
हम आशा करते हैं कि आप पोस्ट आपको पसंद आई होगी पोस्ट से जुड़े किसी अन्य जानकारी/सुझाव के लिए कमेंट करें।
Post a Comment