इस महामारी के समय जहां डॉक्टर भगवान का रूप बनकर सामने आ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ ऐसे डॉक्टर जिनके पास ना तो डिग्री है ना ही अनुभव वह समाज के लिए घातक साबित हो सकते हैं। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज जल्द ही ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।देश में आज के समय ऐसे कई प्राइवेट क्लीनिक है जहां पर डॉक्टरों को ना तो अनुभव होता है नहीं कोई डिग्री ऐसे में लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं। ऐसे डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए सरकार जल्द ही सख्त कदम उठाने वाली हैं।
क्या जरूरी कदम हो सकते हैं
1) जांच टीम का गठन:- हरियाणा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच टीम का गठन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत सभी निजी क्लीनिको के डॉक्टरों के डिग्रियों की जांच की जाएगी।
2) जमीनी स्तर पर कार्रवाई :- स्वास्थ्य विभाग द्वारा संगठित की गई जांच की प्रदेश के सभी क्लिनिको और उसके डॉक्टरों की पूर्णता जांच करने के बाद अगर असफल पाए जाते हैं। ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
3) डॉक्टरों के साथ साथ क्लीनिक पर भी होगी कार्रवाई:- जांच टीम द्वारा सिर्फ डॉक्टरों पर ही नहीं अपितु क्लीनिक पर बुनियादी जरूरतो को भी आंका जाएगा। किसी तरह की अवस्था पाए जाने पर उन्हें भी बंद कराया जाएगा।
4) किसी को नहीं बख्शा जाएगा:- आने वाले समय में जो भी पूर्ण रूप से डॉक्टर नहीं है या उन्हें अनुभव नहीं है। तो उन पर कार्रवाई होना तय है।
5) स्वास्थ्य दृष्टि से जरूरी कदम:- लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ऐसे जरूरी कदम सरकार के लिए उठाना जरूरी है। क्योंकि ऐसे डॉक्टर समाज के लिए हमेशा घातक साबित होते हैं।
आज के समय में फर्जी डॉक्टरों की संख्या दिन-ब-दिन कुकुरमुत्तों की तरह बढ़ रहा है। कई बार अनुभव के अभाव में मरीजों को ऐसे डॉक्टरों के हाथ जान भी गवाना और जाता है ऐसे में हरियाणा स्वास्थ विभाग द्वारा लिया गया कदम काफी आवश्यक है। इस तरह के कदम देश के अन्य राज्यों में भी उठाना आवश्यक है।
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